रक्षाबंधन उत्सव

भारत माता की जय

Thursday, 26 July 2018

जय गुरूदेव

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः ।
गुरुरेव परंब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः ॥

भावार्थ :- उस महान गुरु को अभिवादन, जो ब्रम्हा है, विष्णु और महेश है, प्रत्यक्ष परब्रम्ह, परमसत्य है।

गुरु पूर्णिमा आषाढ़ शुक्‍ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन ही महर्षि वेद व्‍यास का जन्‍म हुआ था. यह पूर्णिमा उन्‍हींं के सम्‍मान में मनाई जाती है.
श्री गुरु महिमा श्री स्कन्दपुराणांतर्गत शिव पार्वती संवाद !!

श्री महादेव उवाच
गुकारश्चान्धकारो हि रुकारस्तेज उच्यते !
अज्ञानग्रासकं ब्र्ह्मा गुरुरेव न संशय : !!

" गु " शब्द का अर्थ है अन्धकार अज्ञान और " रु " शब्द का अर्थ है प्रकाश ज्ञान । अज्ञान को नष्ट करनेवाला जो ब्रह्मरूप प्रकाश है वह गुरु है इसमें कोई संशय नहीं ।

गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व की आप सभी को बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं।

No comments:

तुलसीदास

  “पन्द्रह सौ चौवन विसे कालिन्दी के तीर । श्रावण शुक्ला सप्तमी , तुलसी धरयो शरीर||" तुलसीदास का जन्म उत्तर प्रदेश के बांदा...