समाज में व्याप्त बुराईयों का समाधान, धर्म के साथ । अगर समाज धर्म की राह पर चलता है , बुराईयां अपने आप समाप्त हो जाती है। सब नर करहिं परस्पर प्रीती। चलहिं स्वधर्म निरत श्रुति नीती॥ ।। जयतु सनातन धर्मः ।।
रक्षाबंधन उत्सव
भारत माता की जय
Thursday, 4 January 2018
समाज और धर्म: चार आने का हिसाब
समाज और धर्म: चार आने का हिसाब: बहुत समय पहले की बात है , चंदनपुर का राजा बड़ा प्रतापी था , दूर-दूर तक उसकी समृद्धि की चर्चाएं होती थी, उसकेमहल में हर एक सुख-सुविधा की वस्त...
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तुलसीदास
“पन्द्रह सौ चौवन विसे कालिन्दी के तीर । श्रावण शुक्ला सप्तमी , तुलसी धरयो शरीर||" तुलसीदास का जन्म उत्तर प्रदेश के बांदा...
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।। श्री गणेशाय नमः ।। ।। श्री परमात्मने नमः ।। ।। जामवंत हनुमान संवाद।। कहइ रीछपति सुनु हनुमाना। का चुप साधि रहेहु बलवाना॥ ...
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1.भोजन को चबा कर खाएं . 2.खाना खाते समय बीच में पानी ना पीएं. 3. भोजन करने के तुरंत बाद पानी ना पीएं . 4. खाना खाने के बाद गुनगुना पानी पीएं...
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